Deepavali 2019


         Deepavali भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। Deepavali बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है। यह त्योहार असत्य पर सत्य की विजय के उपलक्ष्य में मनाते हैं। इस त्योहार पर सभी अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं। Deepavali पर सभी अपने घरो को तरह-तरह की लाईटों से सजाते हैं। रात के समय पर सभी के घरों में रोशनी जगमगाती है।
   ये त्योहार पांच दिन तक रहता है। सबसे पहले धनतेरस आता है, उसके बाद छोटी Deepavali अगले दिन बड़ी Deepavali आती है। बड़ी Deepavali के अगले दिन गोबरधन की पूजा की जाती है तथा एक दिन बाद भैयादूज का त्योहार आता है, इस प्रकार Deepavali का त्योहार पूर्ण होता है। Deepavali पर सभी पटाखे, फूलझड़ी, चक्री आदि छोड़ते हैं। सभी लोग एक दूसरे को मिठाई देते हैं और बड़े ही प्रेम भाव k साथ Deepavali मनाते हैं।
diwali 2019
Deepavali 2019

       रामायण के अनुसार भगवान Ram अपने 14 years का वनबास काट कर अयोध्या लौटे थे। श्रीराम के अयोध्या लौटने की खुशी में अयोध्या वासियों ने पूरे नगर को देशी घी के दीयों से तथा flowers  से सजाया था। तब से ही यह त्योंहार मनाया जाता है।
       Deepavali अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक माना जाता है। Deepavali पर लोग कपड़े, मिठाईयां तथा पटाखे खरीदते है।

 Deepavali कब मनाते है

      Deepavali कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है इस दिन Ram वन से वापस आये थे। अमावस्या की काली रात को दीपकों तथा लाईटों से घर जगमगाते हैं।

Deepavali रंगोली
       Deepavali पर घर की महिलाए घर के द्वार पर रंगोली बनाती है तथा लक्ष्मी के पद चिन्ह भी बनाती हैं।
diwali 2019
Deepavali 2019

Diwali 2019
Deepavali 2019



 उद्देश्य


       Ramayan के अनुसार - king दशरथ के तीन रानियां कौशल्या, कैकयी तथा सुमित्रा थी।
उनमें से कैकयी अत्यधिक beautiful थी जिसके कारण king उनसे अधिक love करते थे। रानी कैकयी को king दशरथ ने एक युद्ध के दौरान जीत कर लाये थे रानी ने उसी समय उनसे तीन वचन मांग लिये थे, और कहा कि वह इन्हे future में कभी मांग लेगी।
      इन तीन रानियों से king दशरथ के चार पुत्र Ram, लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न थे। सबसे बड़े पुत्र Ram जोकि कौशल्या के पुत्र थे। लक्ष्मण सुमित्रा के पुत्र थे। भरत और शत्रुघ्न कैकयी के पुत्र थे। ये चारों पुत्र family में बड़े ही प्यार से रहते थे।
      जब Ram बड़े हो गये तो दशरथ ने उनके King बनाने की घोषणा कर दी। ये बात कैकयी को पसन्द नही आई और उन्होंने अपने तीन वचन याद दिलाये। इन तीन वचनों में कैकयी ने Ram को 14 वर्ष का वनबास और अपने पुत्र को King बनाना चाहा।
Diwali 2019
Deepavali 2019
      इसी कारण भगवान Ram 14 वर्ष के लिए वन को चले गये। उनके साथ Sita तथा लक्ष्मण भी चले गये। वन में राम ने लंका के King Ravan का वध कर दिया, और असत्य पर सत्य की जीत हुई।
     जैसे ही 14 वर्ष पूरे हुए Ram, Sita तथा लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस आ गये। उनके वापस आने की खुसी में अयोध्या वासियों ने नगर को flowers तथा दीयों से सजाया था। वापस आने के बाद Ram को King बनाया गया और उनका राज्यभिषेक किया गया।     

धनतेरस

   ऐसा माना जाता है कि आज के दिन Lakshami की pooja karne  से house धन-धान्य, और खुशियों से भर जाता है। ऐसी मान्यता ही आज के दिन लक्ष्मी pooja karne से लक्ष्मीजी खुश हो जाती हैं और family पर उनकी कृपा बनी रहती है और जीवन में किसी प्रकार की बाधा नही आती।

दोष

Deepavali पर लोग आतिसबाजी करते हैं जिसके कारण वायु प्रदूषण होता है। पटाखों से निकला धुआं वातावरण को दूषित करता है। ये दूषित वातावरण मानव को हानि पहुंचाता है। इसी कारण साल 2018 में तो Delhi में न्यायापालिका ने आतिसबाजी पर आंशिक रोक लगा दिया था।